NEET एग्जाम में पूछे जाने वाले जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न part 2

Biology के Most importent question for NEET in हिन्दी

1.टाइनस की ग्रंथियाँ (Glands of Tyson) रूपान्तरित तैल ग्रंथियाँ (sebaceous glands) हैं जो मानव शिश्न में प्रिप्यूस व ग्लान्स पेनिस में स्थित होती हैं।

2• प्रोस्टेट केन्सर में वृषणों को पृथक् करके बाहर निकाल देते हैं।

3.वृषणों व अण्डाशयों को निकालकर अलग करने की क्रिया को जनदनाशन (Gastration) कहते हैं।

4.गर्भाशय को निकालकर अलग करने की विधि को hysterectomy कहते हैं।

5.प्रोस्टेट ग्रंथि के किसी भाग को काटकर निकालने को prostectomy कहते हैं।

6.ल्यूवेनहॉक (1632-1723) ने सन् 1675 में वीर्य (semen) में शुक्राणुओं की खोज की थी।

7.Regner de Graf (1641-1673) ने स्त्री के अण्डाशय में फॉलिकल्स की खोज करके उन्हें अण्डों की संज्ञा दी।

8.कार्ल अर्नेस्ट वॉन बीयर ने सन् 1827 में स्तनियों में अण्डाणु की खोज की तथा सन् 1827 में Garm layer theory को प्रतिपादित किया।

9.पेन्डर (Pander) ने सर्वप्रथम चूजे के भ्रूण में जनन स्तरों का वर्णन किया।

10.श्लीडन व श्वान (1838-39) ने शुक्राणु व अण्डाशय में कोशिका स्वभाव का वर्णन किया।

11.ऑस्कर टर्टविग (1849-1922) ने सी-अर्चिन में निषेचन के समय शुक्राणु व अण्डाशय में केन्द्रकों के समेकन का उल्लेख किया।

12• विलमट ने सन् 1997 में डॉली नामक भेड़ का क्लोन विकसित किया।

13.सगर्भता की अवस्था में गर्भाशय का आकार 500 गुना तक बढ़ जाता है।

14.स्तनियों के अण्डे में सेन्ट्रोसोम नहीं होता। उसे निषेचन के समय शुक्राणु से प्राप्त किया जाता है।

15.अण्डाणु मानव के शरीर में उपस्थित सर्वाधिक बड़ी कोशिका है।

16.स्पर्मिएशन की प्रक्रिया में शुक्रजनन नलिकाओं से शुक्राणु मुक्त होते हैं।

17.वृषण कोष ताप स्थाई होते हैं जो वृषणों का ताप शरीर के ताप से 2-3°C नीचे रखते हैं।

18.ताप कम होने पर वृषण कोष शरीर के पास आ जाते हैं किन्तु अधिक तापमान पर ये शरीर के नीचे लटक जाते हैं।

19.योनि द्वार पर उपस्थित झिल्ली को हाइमन कहते हैं जो कुँआरी लड़कियों में मिलती है किन्तु शारीरिक श्रम करने, घुड़सवारी, साइकिल चलाने से यह विघटित हो जाती है।

20.मानव अण्ड गोल, छोटा व दुर्बल होता है।

21.आर्तव चक्र केवल मनुष्य व अन्य प्राइमेट्स में मिलता है।

22.लड़कों में यौवनारम्भ 13-16 वर्ष की आयु में तथा बालिकाओं में 11-13 वर्ष की आयु में अण्डोत्सर्ग व रजोधर्म से प्रारम्भ होता है।

23.शुक्राणुजनन में एक स्पमेंटोसाइट से चार शुक्राणु तथा अण्डजनन में एक ऊसाइट से एक अण्डाणु बनता है।

24.शुक्राणु में शीर्ष, धड़ व पूँछ मिलती है।

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