NEET एग्जाम में पूछे जाने वाले जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न part 1

जीव विज्ञान के एक लाइन वाले प्रश्न-most important top 30 oneliner question from bio for NEET and other exam


1.कवक परजीवी या मृतजीवी होते हैं।

2.विटेकर के फंजाई जगत में सभी प्रकार के बहुकोशिक कवक आते हैं।

3. कुछ कवकों के कवक-तन्तु पटों द्वारा विभाजित     होकर छोटी ओवल या गोल रचनाएँ बनाते हैं जिनको ओइडिया (oidia) कहते हैं।

4. कुछ उच्च कवकों में गहरे बादामी रंग की मूल समान रचनाएँ बनाते हैं जिनको राइजोमॉर्फ (rhizomorph) कहते हैं जैसे- आमीलेरिया मीलिया (Amellaria mellea) में।

5. क्लेवीसेप्स पपुरिया (Claviceps purpurea) में मोटी भित्ति के कवक-तन्तु मिलकर एक कठोर संरचना बनाते हैं जिसे स्क्लेरोशिया (sclerotia) कहते है

6.लाइकेन में कवक व नीलहरित शैवाल मिलते हैं।

7.कुछ कवक पौधों की जड़ों के साथ कवक मूल बनाते हैं।

8.पेनिसीलियम (Penicillium) में कोनिडियोफोर ब्रूम के समान शाखित होते हैं। कोनिडियोफोर के इस भाग को पेनीसिलस (penicillus) कहते हैं। इसी पर कवक का नाम पेनिसीलियम पड़ा।

9.ऐस्परजीलस से ऐस्परजिलोसिस (aspergillosis) नामक बीमारी होती है। A. flavus से कैन्सर कारक विषैला aflatoxin भी उत्पन्न होता है। यह मनुष्य तथा कुक्कुटों में लिवर कैन्सर कर सकता है।

10.पॉलिपोरस (Polyporous) एक वुड रॉटिंग कवक (wood rotting fungus) है।

11.बोर्डेक्स मिक्चर (Bordeaux mixture) फन्जीसाइड (fungicide) है। इसकी खोज मिलरडेट (Millardet, 1882) ने की थी। इसमें CuSO4, quick-lime तथा पानी होता है।

12.जो कवक दो परपोषियों पर अपना जीवन-चक्र पूरा करता है उसको हेटेरोशियस (heteroecious) कवक कहते हैं।

13. माइकोराइजा : कवक व पौधों की जड़ों के सम्बन्ध को माइकोराइजा कहते हैं, जैसे, पाइनस में। इसे कवक मूल भी कहते हैं।
14. लिटमस विलयन एक लाइकेन (Roccella tinctoria) से प्राप्त होता है।
15. ल्यूवेनहॉक (1680) ने यीस्ट का सर्वप्रथम सूक्ष्मदर्शी से अध्ययन किया। इसकी वास्वतिक प्रकृति की खोज Schwann ने 1836 में की।

16.हेल्मिन्थोस्पोरियम (Helminthosporium) के कारण सन् 1942-43 में चावल की भयंकर बीमारी leaf spot disease हुई थी। इसको बंगाल फेमाइन (Bangal famine) भी कहते हैं।

17. फाइटोप्थोरा (Phytophthora infestans) के कारण सन् 1845-47 में आलू की भयंकर बीमारी late blight हुई थी। इसको आइरिश फेमाइन (irish famine) भी कहते हैं।

18. गेहूँ की बन्ट की बीमारी Tilletia के कारण होती है।

19.पाइथियम (Pythium) परपोषी के आन्तरिक ऊतकों में मिलता है, अत: इसको अन्त:परजीवी (endoparasite) कहते हैं।

20. एस्कोस्पोर (ascospores) अन्तर्जात (endogenous) होते हैं, जबकि बेसिडियोस्पोर बहिर्जात (exogenous) होते हैं।

21.जिन कवकों में कई प्रकार के बीजाणु बनते हैं उनको बहुरूपीय कवक (polymorphic fungi) कहते हैं, जैसे पक्सीनिया।

22. वे कवक जो प्रकाश उत्पन्न करते हैं, प्रदीप्तशील कवक कहलाते हैं। इनमें ल्यूसीफरेज (luciferase) एन्जाइम मिलता है जो

23.O2 की उपस्थिति में ल्यूसीफेरिन (luciferin) पदार्थ पर क्रिया करता है, जैसे जाइलेटिया पेनिसिलाइटिस कर्टिप्स (Panicillites curtipes) 

24. जीवाश्म कवक (fossil fungi) है।

25.सबसे बड़ा sac fungus मॉर्केला (Morchella) है।

26.वस्तुओं को नष्ट करने वाले कवक पेनिसीलियम, राइजोपस, ट्राइकोडर्मा, अल्टरनेरिया आदि हैं।

27.एल्ब्यूगो से सफेद किट्ट (white rust) रोग होता है।

28.गोबर पर उगने वाले कवक coprophilous कहलाते है, जैसे एस्कोबोलस (Ascobolus) तथा पाइलोबोलस (Pilobolus), आदि।

29. मशरूम तथा टोडस्टूल (toad stools) गिल कवक (gill fungi) हैं, एगेरीकस (Agaricus) खाने योग्य है, जबकि अमानिटा (Amanita) विषैला है।
30. कवकों में संचित भोजन ग्लाइकोजन के रूप में मिलता है

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धन्यवाद जय हिंद जय भारत


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