NEET एग्जाम में पूछे जाने वाले जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न part 3

Biology Top most importent question for NEET in हिंदी

1.मनुष्य के दाँत गर्तदन्ती (thecodont) अर्थात् अस्थियों के अन्दर गड्ढे में स्थित होते हैं।

2.मनुष्य के दाँत जीवन में दो बार निकलते हैं, अत: ये द्विबारदन्ती (diphyodont) कहलाते हैं।

3.दाँत चार प्रकार के होते हैं। अत: ये विषमदन्ती (heterodont) होते हैं, कृन्तक (incisors), रदनक (canine), अग्रचर्वणक (premolars), चर्वणक (molars)।

PRAT 1....

PART 2.... इन्हें भी पढ़े...

4.स्ल्पक्ष तथा दन्तयुक्त व्हेल में दाँत केवल एक बार ही निकलते हैं। इस प्रकार के दाँतों को एकदन्तीय (monophyodont) कहते हैं।

5.कृन्तक तथा रदनक में एक मूल होती है। प्रीमोलर में दो तथा मोलर में दो से अधिक मूल होती हैं।

6.आमाशय के तीन भाग होते हैं। बायाँ बड़ा कार्डियक भाग (cardiac part), दायाँ छोटा पिण्डक पाइलोरिक भाग (pyloric part), दोनों के बीच का फंडिक भाग (fundic part) कहलाता है।

7.रुमीनैन्ट स्तनियों (भेड़, बकरी, गाय, जिराफ) में आमाशय के चार भाग होते हैं। रुमेन (rumen), रेटिकुलम (reticulum),

8.ओमैसम (omasum) तथा एबोमैसम (abomasum)।

9.छोटी आंत की दीवार में ब्रूनर ग्रन्थियाँ (Brunner glands) मिलती हैं।

10.मनुष्य की मुख ग्रसनी गुहिका में तीन जोड़ी लार ग्रन्थियाँ खुलती हैं। मनुष्य में प्रतिदिन 1.5 लीटर लार मुखगुहा में स्रावित होती है। इसमें 98-99% जल, 8.2% लवण तथा टायलिन (ptyalin) अथवा सैलाइवरी एमाइलेज मिलता है। 

11.शाकाहारी गाय, भैंस आदि की लार में सैलाइवरी एमाइलेज नहीं मिलता है।

12.सैलाइवरी एमाइलेज स्टार्च को शर्करा में बदलता है।

13.माल्टेज शर्करा को ग्लूकोज में बदलता है।

14.सुक्रेज सुक्रोज को ग्लूकोज में बदलता है।

15.लैक्टेज लैक्टोज को ग्लूकोज व गैलेक्टोज में बदलता है।

16.पेप्सिन प्रोटीन्स को पेप्टोन्स में बदलता है।

17.ट्रिप्सिन व काइमोट्रिप्सिन प्रोटीन को पेप्टोन्स और 

18.पेप्पटोन्स को पॉलिपेप्टाइड्स में बदलता है।

19.लाइपेज वसा को वसीय अम्लों तथा ग्लिसरॉल में अपघटित करता है।

20.जठर रस में 99% जल, 0.4%-0.5% HCl तथा 0.4% Pepsin, Rennin, Gastric lipase विकर होते हैं।

21.मानव का दन्त सूत्र है  2123

22.मनुष्य में कुल तीन जोड़ी लार ग्रन्थियाँ मिलती हैं; कर्णमूल ग्रन्थि, अधो जिह्वा तथा अधोहनु ग्रन्थियाँ आदि।

23.पेप्सिन का स्रावण जठर ग्रन्थियों में होता है।

24.टायलिन लार में उपस्थित कार्बोहाइड्रेट पाचक विकर है, जो अम्लीय माध्यम में कार्य करता है।

25.ग्लूकोनियोजिनेसिस में आवश्यकतानुसार एमिनो अम्ल, वसा आदि से ग्लूकोज का संश्लेषण होता है। 

26.ग्लाइकोजेनोलिसिस में ग्लाइकोजन से ग्लूकोज का निर्माण आवश्यकतानुसार होता है।

27.गेस्ट्रिन आमाशय की श्लेष्मिक कला से स्रावित हॉर्मोन है। 

28.यह जठर ग्रन्थियों को जठर रस स्रावित करने के लिए प्रेरित करता है।

29.लाइपेस वसा पाचक विकर है, जो अग्न्याशयी रस में मिलता है।

30.पित्त वसा का इमल्सीकरण करता है।

31.पेप्सिन प्रोटीन का परिवर्तन पेप्टोन्स व पॉलिपेप्टाइड में करता है।

32.यकृत में एलब्युमिन, ग्लोबुलिन, प्रोटोम्बिन, फाइब्रिनोजन आदि प्रोटीन का संश्लेषण होता है।

33.हिपेरिन का संश्लेषण यकृत में होता है, जो रक्तवाहिनी में रक्त का थक्का जमने से रोकता है।

34.आहारनाल में भोजन क्रमाकुंचन गति (peristaltic movement) द्वारा आगे बढ़ता है।

35.ट्रिप्सिनोजन क्षारीय माध्यम में सक्रिय ट्रिप्सिन में बदलकर प्रोटीन का पाचन करता है। ट्रिप्सिनोजन आमाशय में अक्रिय रहेगा क्योंकि वहाँ माध्यम अम्लीय होता है।

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