e₹UPI क्या है। आइये जानते है।

दोस्तों आज के इस साइंस के समय में सब कुछ संभव है जिसकी वजह से आज हमारे प्रधानमंत्री जी ने ई-रूपी लांच किया है। आज के इस दौर में हमारे सभी पैसों के लेनदेन अब डिजिटल हो गया है इसी डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देते हुए 2 अगस्त 2020 को हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने ई-रूपी को लांच किया है आज इसे  डिजिटल दुनिया में या एक अहम कदम माना जा रहा है इसके माध्यम से भी हम पैसों का लेनदेन ही करेंगे बस इसमें सबसे अलग बात यह है कि इस माध्यम में हमें किसी तीसरे की जरूरत नहीं होगी इस प्रणाली को एनपीसीआई यानी कि नेशनल पेमेंट्स कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया ने विकसित किया है।

  ई-रूपी क्या होता है::-

नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के अनुसार 
ई-रूपी एक डिजिटल प्लेटफॉर्म में जिसमें पेमेंट कैशलेस या कांटेक्टलेस होता है। 

ई-रूपी s.m.s. और क्यूआर कोड के आधार पर कार्य करता है 

ई-रूपी में हम बिना किसी  डिजिटल भुगतान या इंटरनेट बैंकिंग एक्सिस के बिना किसी भी भुगतान को आसानी से कर सकते हैं।

यह आपके हर पेमेंट सुविधा को पूरी तरह से गोपनीय रखता है आरोपी को बहुत ही आसान और सुरक्षित माना जा रहा 
 ई-रूपी में सभी लेनदेन की प्रक्रिया अपेक्षाकृत बहुत तेज और विश्वसनीय होती है

ई-रूपी के क्या फायदे हैं:-


आज के समय में सरकार चाहती है कि हर जगह से हमारा देश भ्रष्टाचार से मुक्त हो अवैध धन या फिर काला धन ना इकट्ठा हो और हमारी सरकार तो हर समय से ही गरीबों की मदद करती आई है और किसानों की भी हमारे किसान भाइयों को भी सरकार जो पैसा देती है वह सीधे उनके बैंक अकाउंट में देती है इन सभी प्रक्रियाओं में किसी तीसरे कहां जरूर होता है और इसी तंत्र में कई सरकारी कर्मचारी का दखल होता है और उन पर रिश्वत का आरोप भी लगता है और सभी दस्तावेजों को पूरा करने पर ही हमें लाभ मिल पाता था लेकिन अब ई-रूपी ने खत्म कर दिया है

ई-रूपी के वजह से आप इन सभी झंझट से मुक्त हो जाएंगे। जिसमे हमारे पीएम ने कहा था कि ई-रूपी का मतलब यह है कि बिना किसी दिक्कत के यह लाभार्थी तक पहुंचे।


ई-रूपी काम कैसे करता है:-


इसमें लाभार्थी को एक क्यू आर कोड या मैसेज भेजा जाता है और लाभार्थी इस मैसेज को अपने नजदीकी दुकान या किसी होटल या अन्य किसी जगह दिखाएगा और यह रूपी वाउचर इस्तेमाल हो जाएगा।
जैसे आप किसी अपने कर्मचारी को किसी होटल में रहने के लिए उससे आपको ₹25000 देना है और आप चाहते हैं कि मेरा कर्मचारी ताज होटल में रुके अब आप अपने बैंक से बोलेंगे कि आप हमें ₹25000 रुपए का 
ई-रूपी वाउचर ताज होटल का बना कर दीजिए तो आपका बैंक तीन कॉपी क्यूआर कोड का बनाएगा एक एनपीसीआई के पास होगा एक बैंक के पास होगा और एक आपको मिलेगा अब आप उसकी बारकोड को लाभार्थी को दीजिए अब आपका कर्मचारी सोचेगा कि सर ने 25000 का वाउचर भेजा है। चलो किसी छोटे होटल में रुककर थोड़े पैसे में काम हो जाएगा बाकी पैसा तो बच जाएगा। लेकिन वह वाउचर केवल ताज होटल के लिए बना है। तो केवल उसी जगह ही यूज़ होगा। और किसी भी होटल में काम नही करेगा। और आप उस वाउचर को ट्रैक भी कर सकते है कि यह वाउचर यूज़ हुआ है कि नही। अगर आप इसे एक्सपाइरी डेट तक उसे नही करेंगे तो यह जिस व्यक्ति द्वारा यह भेजा गया है उसी के पास यह चला जायेगा। ई-रूपी यह सुनिश्चित करता है कि यह पैसा जिस काम के लिए मिला उसी के लिए खर्च हो।
  

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